बजरंग बली हनुमान जी को लंगर वीर क्यों कहते है ? जय श्री बालाजी प्रिय दोस्तों बजरंग बली की जय दोस्तों आज मैं आपको बताऊंगा कि हमारे प्रिय बाबा बजरंग बली हनुमान जी को लंगर वीर क्यों कहा जाता है।
मित्रों वैसे तो बाबा को उनके भक्त अनेकों नाम से पुकारते हैं और प्रेम का नाम का कोई अंत नहीं होता है बाबा को प्रेम से कुछ भी पुकार दो साफ ह्रदय और सरल मन से बाबा सभी की पुकार सुनते हैं और उसी प्रकार बाबा का एक प्यारा नाम लंगर वीर भी उन्हीं के भक्तों ने निकाला है।
दोस्तों आपने सालासर बालाजी के दर्शन तो किए होंगे और आपने यह सुना जरूर होगा कि बालाजी के पैदल यात्री संघ जा रहे हैं उसी संघ को बीच में रहने खाने की व्यवस्था को भंडारा कहते हैं और ज्यादातर हरियाणा और पंजाब के लोग बालाजी के दर्शन के लिए पैदल जाते हैं।
और इन राज्यों में भंडारे को लंगर के नाम से जाना जाता है जहां जहां भी भक्त रुकते हैं तो वहां पर लंगर या भंडारा लगता है और बालाजी का मधुर भजन बजता है और भक्तों को बालाजी का प्रसाद मिलता है और उनकी सेवा की जाती है दोस्तों बालाजी का लंगर वीर का नाम भी इसी भंडारे के नाम पर पड़ा है।
क्योंकि जो भी भंडारा लगाता है उसे हरियाणा और पंजाब के लोग लंगर के नाम से जानते हैं और वह लंगर बाबा के भक्तों के लिए लगाया जाता है तो इसीलिए भंडारे को लंगर के नाम से जाना जाता है और उस लंगर का वीर बाबा को जाना जाता है तो इन दोनों के नाम को जोड़कर बाबा का एक लंगर वीर नाम भी उन्हीं के भक्तों ने निकाला है।
प्रिय मित्रों आशा करता हूं कि आपको यह जानकारी जानकर अच्छा लगा होगा अगर आपको अच्छा लगा है तो अपने दोस्तों और मित्रों के साथ भी यह लेख शेयर करें ताकि वह भी यह जान सके कि बाबा बजरंग बली को लंगर वीर के नाम से क्यों जाना जाता है।