नमस्कार मित्रों आज हम आपको बताएंगे कि क्या हनुमान जी ज्यादा शक्तिशाली थे या जामवंत जी मित्रों इस बारे में बताने से पहले आपको यह जानना जरूरी है कि हनुमान जी और जामवंत जी किसका रूप थे मित्रों अगर हनुमान जी की बात की जाए तो हनुमान जी पहले तो पवन पुत्र थे क्योंकि माता अंजनी को पवन देवता के द्वारा ही हनुमान जी की प्राप्ति हुई थी और उन्हें पवन पुत्र भी कहा जाता है और दूसरा हनुमान जी जो कि भगवान शंकर के रूद्र अवतार भी थे
जो कि संपूर्ण सृष्टि में सबसे ज्यादा शक्तिशाली और सबसे ज्यादा बलवान है अगर भगवान शंकर की बलवंता की बात की जाए तो उनकी टक्कर में कोई भी नहीं परंतु आप यह भी जरूर जान ले कि हनुमान जी भगवान शंकर के केवल रुद्रांश थे यानी कि अंश ही थे उनके संपूर्ण रूप नहीं थे इसलिए हनुमान जी में भगवान शंकर के भी कुछ शक्तियां आती है
वहीं दूसरी तरफ जामवंत जी भी कुछ कम नहीं थे जामवंत जी की एक कथा में कहा जाता है कि जब जामवंत जी रामायण पूरा होने के बाद में जब श्रीकृष्ण का युगा आया तो एक बार जामवंत जी और श्री कृष्ण की घनघोर लड़ाई हुई जिसमें उन्होंने भगवान श्री कृष्ण जो कि भगवान विष्णु के अवतार हैं उनसे काफी दिनों तक लड़ते रहे पर दोनों तरफ से ही कोई भी नहीं हारा और काफी दिनों की लड़ाई के बाद श्री कृष्ण ने जामवंत जी को हरा दिया
आप इससे यह जान सकते हैं कि जामवंत जी भी कुछ कम बलवान नहीं थे मित्रों अगर हनुमान जी और जामवंत जी में से ज्यादा बलवान कौन था तो मेरा यह मानना है और शास्त्रों में भी यह कहा गया है कि जामवंत जी से ज्यादा बलवान हनुमान जी थे क्योंकि हनुमानजी में अष्ट सिद्धियां और नौ निधियां के साथ-साथ उन्हें अनेकों देवताओं के द्वारा अनेकों वरदान और शक्तियां भी प्राप्त थी
जो आपने रामायण में तो देखी ही होगी और साथ ही साथ हनुमान जी ही वह शक्तिशाली महापुरुष थे जो भगवान शिव शंकर के रुद्रांश थे तो इस बात का निष्कर्ष यह निकलता है कि हनुमान जी और जामवंत जी में सबसे ज्यादा शक्तिशाली हनुमान जी थे