श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के फायदे हिन्दी अर्थ सहित
नमस्कार प्रिय मित्रों जय शिव शंभू मित्रों आज हम श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के फायदे हिन्दी अर्थ सहित आपको बताएगे हमारी सनातन धर्म संस्कृति में आदिकाल से मंत्रों और मंत्र उच्चारण का काफी महत्व है सनातन संस्कृति में मंत्रों को एक विशेष प्रकार से महत्व दिया गया है चाहे वह मंत्र कोई सिद्धि शक्ति प्राप्त करने के लिए बोला जाए या कोई किसी प्रकार का रोग यह कष्ट को निवारण करने के लिए मंत्र का उच्चारण किया जाए
मंत्र का उच्चारण हमारे वेदों पुराणों और साहित्य में बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है क्योंकि इस संस्कृति में ही हमें हमारी सभ्यता के कुछ ऐसे महत्वपूर्ण मंत्र मिलते हैं जो कि बहुत ही शक्तिशाली होने के साथ-साथ बहुत ही ज्यादा उपयोगी है अगर इन मंत्रों का विधिवत उच्चारण करें और बताए अनुसार इन मंत्रों की उपासना करें तो हम मंत्र उच्चारण मात्र से ही सब कुछ प्राप्त कर सकते हैं
यह बात बिल्कुल सत्य है कि एक मंत्र हमें वह सब कुछ प्रदान कर सकता है जो हम पाना चाहते हैं क्योंकि हमारे आदिकाल से चले आ रहे इस सनातन सभ्यता में ऋषि मुनि केवल मंत्रोच्चारण से ही परमेश्वर भगवान को प्राप्त कर लेते थे वह अनेकों कष्ट को झेलते हुए केवल एक ही रटन लगाए रहते थे केवल मंत्र उच्चारण
मित्रों आज हम आपको श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के बारे में विशेष रूप से बताएंगे इस मंत्र का कैसे उच्चारण करें कैसे इस मंत्र की उपासना करें और इस मंत्र की सिद्धि कैसे करें इसकी क्या विधि विधान है इस बारे में बताएंगे और साथ-साथ हम आपको यह भी बताएंगे कि श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र उच्चारण के क्या फायदे हैं इससे हमारे जीवन में क्या लाभ प्राप्त हो सकता है
इसके बारे में भी विशेष जानकारी प्रदान करेंगे मित्रों हमारा ब्लॉग केवल सनातन धर्म सभ्यता हिंदू धर्म देव मंत्रों कथाएं स्त्रोत आदि के बारे में ही विशेष रूप से बना है हमारा केवल एक मात्र यही उद्देश्य है कि हम अपने सनातनी भाइयों को हमारे सनातन धर्म से अधिक से अधिक जोड़ें ताकि वह भी हमारी इस अमूल्य धरोहर को जान सके
मित्रों जो कोई भी भक्त भगवान शिव शंभू की आराधना करता है उसके लिए श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र एक वरदान साबित है क्योंकि इस मंत्र में संपूर्ण वह क्षमता और शक्ति है जिससे आप भगवान शिव शंकर को प्रसन्न कर सकते हैं इस मंत्र की महिमा का गुणगान करना कोई आसान काम नहीं है क्योंकि यह मंत्र महिमा इतनी रखता है जिसका हम आपको बखान भी नहीं कर सकते
इस मंत्र की अगर बाहरी जानकारी हम आपको बता दें तो यह वह है कि हमने केवल आपको इस मंत्र के कुछ ही कण आपको बताए हैं अगर इसकी संपूर्ण सत्यता को ज्ञात करना है इस मंत्र को संपूर्ण ज्ञान करना है तो केवल इस मंत्र का उच्चारण ही आपको इस महामंत्र का संपूर्ण ज्ञान प्राप्त करवा सकता है
मित्रों हम आपको यह जानकारी बता दें कि श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र श्री शिव महापुराण से लिया गया है इस मंत्र को दूसरे तौर पर शिव महापुराण ही जाना जाता है क्योंकि इस मंत्र में वह अद्भुत शक्ति है जो कि संपूर्ण शिव महापुराण का बखान केवल एक ही मंत्र कर सकें शिव महापुराण मूल रूप से भगवान शिव शंकर शंभू महादेव को अर्पित है इस महापुराण में भगवान शिव शंकर की लीलाओं महिमा और उनकी शक्तियों का विशेष रूप से वर्णन किया गया है
अर्थात शिव महापुराण में भगवान शिव शंकर का ही वर्णन किया गया है जो कि विस्तार पूर्वक है जो भी भक्त भगवान शिव शंकर को प्रसन्न करना चाहता है अथवा वह शिव संप्रदाय से संबंध रखता है उसके लिए शिव महापुराण एक बेहद ही खास और महत्वपूर्ण ग्रंथ है और उसके साथ साथ श्री शिव नमस्तुभ्यं मंत्र भी उसके लिए एक महत्वपूर्ण मंत्र है
अगर शिव महापुराण की बात करें तो इसमें भगवान शिव शंकर को प्रसन्न करने के लिए अनेकों पूजा विधि विधान का वर्णन किया गया है भगवान शिव शंकर त्रिदेव में से एक प्रमुख देव है जो कि सर्वनाश सहार या विनाश के देवता भी है कहा जाता है कि भगवान शंकर का जब तीसरा नेत्र खुलता है तब संपूर्ण पृथ्वी में प्रलय आता है और यह प्रलय केवल और केवल सहार ही फैलाता है भगवान शंकर को प्रलय का देव भी कहा जाता है
शिव महापुराण में भगवान शंकर की पूजन विधि और उन का प्रमुख बीज मंत्र भी दिया गया है जो मंत्र हम अभी आपको बता रहे हैं श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के नाम से उसे जाना जाता है
जनश्रुति ओं का मानना है कि शिव महापुराण में स्थित श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र भगवान श्री शंकर को प्रसन्न करने का एकमात्र वह साधन है जिससे वह बहुत ही जल्दी प्रसन्न होते हैं और आप यह तो जानते ही होंगे भगवान शंकर जितने जल्दी अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं उतने ही जल्दी वह अपने भक्तों को वरदान भी देते हैं भगवान शंकर को भोले बाबा के नाम से भी जाना जाता है भगवान शंकर को भोले बाबा के नाम से इसलिए जाना जाता है
क्योंकि उनका स्वभाव बड़ा ही भोला है वह अपने भक्तों की छोटी सी आराधना को देख कर ही उन्हें बड़े-बड़े वर दे देते हैं जो आपने कथाओं और कहानियों तथा हमारे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जरूर देखा होगा भगवान शंकर जितने जल्दी प्रसन्न होते हैं उतनी जल्दी कोई देव प्रसन्न नहीं होता इसलिए सभी लोगों के प्रिय भी है भगवान शंकर क्योंकि यह अपने भक्तों पर विशेष कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं
जो कोई भी भक्त सरल हृदय और भाव से भगवान शंकर को केवल बेलपत्र और जल चढ़ा देता है उसे भगवान शंकर संपूर्ण सृष्टि का मालिक बना देते हैं इस कथा के बारे में हम आपको एक दूसरे पोस्ट में बताएंगे जिसमें भगवान शंकर को केवल एक बेलपत्र और एक लोटा जल चढ़ाने पर एक भक्तों को संपूर्ण सृष्टि का मालिक बना दिया भगवान शंकर ने
दोस्तों भगवान शंकर के इसी भोलेपन के कारण उन्हें भोले बाबा के नाम से भी जाना जाता है परंतु आप यह भी जानते होगे कि भगवान शंकर का क्रोध भी बहुत ही महाभयंकर होता है जिस किसी पर भी अगर भगवान शंकर महाकाल भोले बाबा अप्रसन्न हो जाते हैं अर्थात उससे रुष्ट हो जाते हैं तो उसे बचाना किसी के हाथ में नहीं होता है त्रिदेव में सबसे ज्यादा प्रसन्न और भोलेभाले देव भी भोले शंकर को जाना जाता है
शिव महापुराण भगवान शिव शंकर के जीवन पर आधारित पुराण है उसमें भगवान शिव शंकर का जीवन उनकी लीलाएं उनके जीवन के बारे में उनका रहन-सहन उनके परिवार के बारे में उनके कितने पुत्र है उस बारे में तथा उनकी पत्नी मां पार्वती के बारे में विशेष रूप से बताया गया है शिव महापुराण की जानकारी एक विशेष शोध और गहन रिसर्च के बाद ही लिखी गई है
आज शिव महापुराण की वजह से ही हम लोग भगवान शिव के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं आप लोगों को यह तो पता ही होगा कि शिव महापुराण में कुल 6 खंड होते हैं जिन खंडों में लगभग 24000 श्लोक है और छह खंडों को निम्नलिखित नामों से जाना जाता है इन छह खंडों में 24000 श्लोक को बांटा गया है इन छह खंडों का नाम अभी हम आपको बता रहे हैं जो कि इस प्रकार है
- विद्येश्वर संहिता
- रूद्र संहिता
- कोटी रूद्र संहिता
- उमा संहिता
- कैलास संहिता
- वायु संहिता
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र संस्कृत में

मित्रों नीचे हमने श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र संस्कृत में आपको प्रदान किया है मित्रों इस मंत्र का जाप अगर करते हैं तो आपको मानसिक परेशानी है आपके मन में बुरे विचार आते हैं आपको बेचैनी महसूस होती है या आपको रात में बुरे सपने आते हैं जिससे आपका जीवन काफी परेशान है तो यह मंत्र आपके लिए बहुत ही असरदार साबित होगा क्योंकि श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र जाप से आपकी सारी बाधाएं कष्ट दूर हो जाएंगी और आपको मानसिक शांति प्राप्त होगी
यह मंत्र बहुत ही असरदार है क्योंकि इस मंत्र का बखान शिव महापुराण में भी काफी किया गया है उसमें तो यह तक कहा गया है जो कोई भी इस मंत्र को जाप करता है वह संपूर्ण विश्व को विजय प्राप्त करने का साहस भी प्राप्त कर लेता है अर्थात उसे किसी भी प्रकार का कष्ट दुख तथा वस्तु की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि इस मंत्र से स्वतः ही वह सब कुछ प्राप्त कर लेता है अब हम आपको नीचे इस मंत्र का संस्कृत में बताएंगे
।। श्री शिवाय नमस्तुभ्यं ।।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का हिंदी अर्थ श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का हिंदी अनुवाद सहित

मित्रों ऊपर हमने आपको श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र संस्कृत में प्रदान किया था अब हम आपको इस मंत्र के बारे में हिंदी में जानकारी प्रदान करेंगे इस श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का हिंदी अर्थ करेंगे मित्रों इस मंत्र का हिंदी अनुवाद इसलिए भी जरूरी है ताकि आप इस मंत्र के बारे में जान सके क्योंकि बहुत सारे मेरे मित्र संस्कृत के बारे में कुछ ज्यादा नहीं जानते हैं
इसलिए उनके लिए भी यह हिंदी अनुवाद बहुत ही लाभकारी साबित होगा क्योंकि वह इस मंत्र का अगर हिंदी अनुवाद समझ लेंगे तो वह इस मंत्र के बारे में भी समझ लेंगे तो अभी हम चलते हैं आपको श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का हिंदी अर्थ समझाने
।। श्री शिवाय नमस्तुभ्यं ।।
हिन्दी अनुवाद :- हे भगवान शिव, मैं आपको अपनी श्रद्धा अर्पित करता हूं मैं आपके सामने नतमस्तक होता हूं आप मेरे संपूर्ण है आप ही सब कुछ है।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के फायदे

मित्रों श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र के फायदे ऊपर हमने काफी बताए हैं फिर भी आप जानना चाहते हो तो प्रमुख फायदे जो कि इस मंत्र से आपको अपने जीवन में देखने को मिलेंगे वह निम्न प्रकार से है जो हम आपको नीचे बता रहे हैं मित्रों यह फायदे आपके संपूर्ण जीवन में एक ऐसे उजाले की तरह है जिससे आपका संपूर्ण जीवन फिर से एक नई राह में चल पड़ेगा अगर आप इन फायदों को जानते हैं तो आपके लिए बहुत ही उपयोगी होगा
साथ ही मेरी आपसे यही गुजारिश है कि जितना जल्दी हो सके आप भगवान शिव का यह महामंत्र श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप करना शुरू कर दें जो कि आपके लिए बहुत ही उपयोगी और महत्वपूर्ण है यह आपके जीवन में संपूर्ण सुख समृद्धि और शांति लाने के लिए एक उपयुक्त मंत्र है जो कि महाशिवपुराण में भी बताया गया है।
- भगवान शिव की महाशिव पुराण में श्री शिवाय नमस्तुभ्यं महामंत्र के बारे में विशेष रूप से यह बताया गया है कि यह मंत्र बहुत ही उपयोगी प्रभावशाली और भगवान शिव को अत्यंत प्रसन्न करने वाला मंत्र है इस मंत्र का प्रभाव इतना है कि यह मंत्र भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र के बराबर है।
- श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र कि यह मान्यता है तथा यह लोगों में धारणा है तथा शास्त्रों में भी यह लिखा हुआ है कि अगर आप इस मंत्र का जाप करते हैं तो यह एक मंत्र श्री महामृत्युंजय मंत्र के 1000 मंत्र के बराबर है
- इस मंत्र को एक बार उच्चारण मात्र से ही आपके ऊपर भगवान शिव की एक विशेष कृपा दृष्टि होने लगती है इस मंत्र का अगर आप निरंतर उच्चारण करते हैं तो आपको सभी प्रकार की सुख शांति धन समृद्धि इन सभी का लाभ प्राप्त होता है।
- इस मंत्र को जाप करने से आपका मन प्रफुल्लित हो जाता है मन में शांति हो जाती है तथा एक अनंत आनंद की अनुभूति होने लगती है।
- अगर आप कोई भी शुभ कार्य करने जा रहे हैं और आप चाहते हैं कि आपका वह कार्य बिना कोई विघ्न के पूरा हो और वह आपके लिए बहुत जरूरी कार्य है तो आप इस मंत्र का जाप करते हुए शुभ कार्य को करने चाहिए जिससे कि आपका वह कार्य बिना कोई विघ्न बाधा तथा कष्ट के पूरा होगा और आपको भी यह देखकर आश्चर्य होगा कि जो काम करने में आपको काफी समय विलंब तथा बाधाओं को देखना पड़ता वह केवल इस मंत्र जाप से कुछ ही समय में पूरा हो गया है।
- श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र जपने मात्र से ही व्यक्ति के जीवन में संपूर्ण दुख दुविधा बाधाएं समाप्त हो जाती है ऐसा महापुराण में भी लिखा हुआ है क्योंकि इस मंत्र से भगवान शिव का साक्षात्कार होता है यह मंत्र हमें बाबा भोले शंकर के नजदीक लाता है और उनकी कृपा दृष्टि का पात्र बनाता है।
- यदि आपको कोई पुराना रोग परेशान कर रहा है जो आपके अनेक प्रयत्न करने पर भी नहीं छूटा पा रहे हैं या आपके परिवार में कोई आपका प्रिय जन किसी महा भयंकर रोग से ग्रस्त हैं तो आप या आपके प्रिय जन जो भी इस महा भयंकर रोग से ग्रसित है उन्हें श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र जाप करने का आप कहिए इस मंत्र जाप से ही संपूर्ण तरह के महा भयंकर महाप्रलयंकारी रोग दुख नष्ट हो जाते हैं और जीवन में शांति प्राप्त होती है।
- यदि आपको धन की कमी है आपका परिवार कष्ट में जी रहा है आपको धन का अभाव हो रहा है तो आप भगवान शंकर का श्री शिवाय महामंत्र का जप अवश्य करें यह आपके जीवन में पुनः धन की आपूर्ति करेगा और आपके जीवन में संपूर्ण सुख समृद्धि लाएगा जिससे कि आपका रुका हुआ व्यापार आपका रुका हुआ धन भी आपको वापस मिलेगा और आप जीवन के संपूर्ण आनंद प्राप्त कर सकेंगे श्री शिवाय महामंत्र एक ऐसा मंत्र है जो आपके संपूर्ण धन अभाव को पूर्ण करता है और आपके जीवन में धन की आपूर्ति हो जाती है यानी कि कहने का मतलब यह है कि आपको धन का लाभ होता है।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का महत्व

मित्रों श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का महत्व बहुत बड़ा है इस मंत्र के उच्चारण मात्र से ही आपको अपनी जीवन में एक अलौकिक शक्ति का आना महसूस होगा यह कोई और नहीं भगवान शिव की कृपा ही है जो कि इस मंत्र के जाप के कारण आपके जीवन में प्रवेश हुई है इस मंत्र के जाप से आपके जीवन में स्थित सभी प्रकार के दुख दुविधा कष्ट नष्ट होते जाएंगे और आपको देखते ही देखते सभी प्रकार के सुख सुविधा और धन लाभ प्राप्त होने लगेगा
आपको यह मंत्र जाप करने से अपने जीवन में होने वाले बदलाव के कारण काफी आश्चर्य होगा श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का महत्व अगर हम आपको बताएं तो भी कम है क्योंकि यह मंत्र एक ऐसा मंत्र है जिसका महत्व अनगिनत है इसके महत्व का कोई बखान नहीं कर सकता हम केवल आपको इतना ही बता सकते हैं कि इस मंत्र के जीवन में आने मात्र से ही आपको अनेक प्रकार के अलौकिक सुख समृद्धि शांति तथा धन का अपने जीवन में आना अनुभव होगा और आप स्वयं ही इस मंत्र की देवीय शक्ति का अनुभव करेंगे
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र की महिमा

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र की महिमा का बखान आपको साक्षात श्री शिव महापुराण में काफी मिलेगा शिव महापुराण में इस मंत्र की महिमा को इस प्रकार से बताया गया है कि अगर आप भगवान शिव का सबसे महत्वपूर्ण मंत्र महामृत्युंजय मंत्र का भी जाप करते हो तो उससे भी अधिक महत्वपूर्ण मंत्र श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र है क्योंकि इस मंत्र की एक बार जाप मात्र से ही आपको श्री महामृत्युंजय मंत्र के एक हजार बार जाप का फल प्राप्त होता है
इसका साक्षात शिव महापुराण में लिखा गया है इस मंत्र का जाप मात्र ही आपको संपूर्ण प्रकार के सुख समृद्धि शांति तथा धन लाभ प्राप्त करवा सकता है श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र की महिमा का बखान अगर हम करना चाहे तो वह कम होगा क्योंकि यह मंत्र महिमा इतनी है कि हम आपको बताने लगे फिर भी हम आपको बता नहीं सकते इस मंत्र को आप अपने जीवन में एक बार जरूर लाएं और अगर आपने एक बार इस मंत्र का उच्चारण मात्र ही किया है
तो आपको एक अद्भुत शांति का अनुभव होगा और अगर आपको इस मंत्र की संपूर्ण महिमा की जानकारी प्राप्त करनी है तो आपको इस मंत्र को जपना अनिवार्य है क्योंकि बिना इस मंत्र के जाप के आपको किसी भी प्रकार की देविक शक्ति का अनुभव नहीं होगा
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप

मित्रों ऊपर हमने आपको श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप संस्कृत तथा हिंदी अनुवाद सहित बताया है अगर आपको इस मंत्र का जाप करना है तो आप ऊपर से इस मंत्र का जाप कर सकते हैं इस मंत्र का जाप केवल श्री शिवाय नमस्तुभ्यं इतना ही है केवल इसी मंत्र को जाप करने मात्र से ही आपका संपूर्ण मंत्र जाप हो जाएगा यह श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र ही एकमात्र संपूर्ण मंत्र है
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं Wallpaper


श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र PDF
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं 108 बार | Shri Shivay Namastubhyam 108 Time | Pandit Pradeep Mishra Sehorewale
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श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का अर्थ क्या होता है?
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का अर्थ होता है कि हे भगवान शंकर मैं आपके चरणो में नतमस्तक हूं मेरी सारी श्रद्धा भक्ति आप पर ही है आप ही मेरा कल्याण करें और इससे हम अपने संपूर्ण जीवन तन मन और धन को भगवान शिव को ही मानते हैं
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का जाप कैसे करें?
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप करना बहुत ही आसान है इस मंत्र को आप दिन में किसी भी समय जाप कर सकते हो इस मंत्र को जाप करते हुए आपको यह ध्यान रखना है कि आपका शरीर स्वच्छ हो और इस मंत्र को आप सुबह और शाम आरती के समय जाप कर सकते हो
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं का जाप कितनी बार करना चाहिए?
इस मंत्र को अगर आप दिन में 108 बार जाप करते हो तो बहुत ही बढ़िया है इस मंत्र का ज्यादा से ज्यादा आप कितनी भी बार जाप कर सकते हो और कम से कम आप इसे 108 बार तो जरूर ही जाप करें अगर आपसे इतना नहीं होता है तो आप इसे कितनी भी बार जाप कर सकते हैं इसका कोई भी मापदंड नहीं है
शिव जी का प्रिय मंत्र कौन सा है?
भगवान शिव का प्रिय मंत्र श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र है इस मंत्र को आप जाप करते हैं तो भगवान शिव बहुत ही जल्दी प्रसन्न होते हैं
- 2023 लक्ष्मी पूजन का समय क्या है
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