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सरस्वती कवच | Saraswati Kavacham

नमस्कार मित्रों जय मां सरस्वती मित्रों आज हम सरस्वती कवच | Saraswati Kavacham आपके लिए लेकर आए हैं जिसे पढ़ने पर आपको मां सरस्वती बुद्धि विद्या और धन की प्राप्ति करवाती है मित्रों यह कवच बहुत ही प्रभावशाली है अगर आप एक विद्यार्थी हो तो यह कवच आपके लिए रामबाण उपाय हैं अपनी परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने के लिए

मित्रों इस कवच के बहुत लाभ है यह कवच श्री देवी भागवत के नवम स्कंध से लिया हुआ है इस सरस्वती कवच | Saraswati Kavacham से मां सरस्वती बहुत प्रसन्न होती है मां सरस्वती का यह कवच विद्या धन बुद्धि प्रदान करता है जोकि एक मनुष्य के लिए बेहद ही जरूरी है इस कवच को 500000 पाठ करने से बृहस्पति के समान बुद्धि और विद्या प्राप्त होती है जो आप अगर विद्यार्थी हो या आप कोई भी कार्य करते हो आपके लिए बुद्धिमत्ता होनी बेहद जरूरी है

यह कवच ने श्रापित है और ना किलित है। मित्रों इस कवच को हमने आपको हिंदी और अंग्रेजी दोनों में प्रदान किया है साथ में ही अगर आपको इस सरस्वती कवच | Saraswati Kavacham PDF भी चाहिए तो नीचे आपको पीडीएफ और वीडियो भी मिलेगा तो मित्रों चलिए अभी इस सरस्वती कवच को पढ़ते हैं।

सरस्वती कवच | Saraswati Kavacham in Hindi

विनियोगः
ॐ अस्य श्री सरस्वती कवचस्य प्रजापतिरृषिः
बृहती छन्दः शारदाम्बिका देवता चतुर्वर्गसिद्धये विनियोगः |

श्रीं ह्रीं सरस्वत्यै स्वाहा शिरो में पातु सर्वतः |
श्रीं वाग्देवतायै स्वाहा भालं में सर्वदाऽवतु ||

ॐ ह्रीं सरस्वत्यै स्वाहेति श्रोत्रे पातु निरन्तरम् |
ॐ श्रीं ह्रीं भगवत्यै स्वाहा नेत्र युग्मं सदाऽवतु ||

ऐं ह्रीं वाग्वादिन्यै स्वाहा नासां में  सर्वदाऽवतु |
ह्रीं विद्याधिष्ठातृ देव्यै स्वाहा चोष्ठं सदाऽवतु ||

ॐ श्रीं ह्रीं ब्राह्म्यै स्वाहेति दन्तपंक्ति सदाऽवतु |
ऐमित्येकाक्षरो मंत्र मम कण्ठं सदाऽवतु ||

ॐ श्रीं ह्रीं पातु में ग्रीवां स्कन्धौ में श्रीं सदाऽवतु |
ॐ ह्रीं विद्याधिष्ठातृ देव्यै स्वाहा वक्षः सदाऽवतु ||

ॐ ह्रीं विद्याधिस्वरुपायै स्वाहा में  पातु नाभिकाम् |
ॐ ह्रीं वागाधिष्ठातृ देव्यै स्वाहा मां सर्वदाऽवतु ||

ॐ सर्वकण्ठवासिन्यै स्वाहा प्राच्यां सदाऽवतु |
ॐ सर्वजिह्वाग्रवासिन्यै स्वाहाऽग्नि दिशि रक्षतु ||

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं सरस्वत्यै बुधजनन्यै स्वाहा |
सततं मंत्रराजोऽयं दक्षिणे मां सदाऽवतु ||

ऐं ह्रीं श्रीं त्र्यक्षरो मंत्रो नैऋत्यां सर्वदाऽवतु |
ॐ ऐं जिह्वाग्रवासिन्यै स्वाहा मां वारुणेऽवतु ||

ॐ सर्वाम्बिकायै स्वाहा वायव्ये मां सदाऽवतु |
ॐ ऐं श्रीं क्लीं गद्यवासिन्यै स्वाहा मामुत्तरेऽवतु ||

ऐं सर्वशास्त्रावासिन्यै स्वाहैशान्यां सदाऽवतु |
ॐ ह्रीं सर्वपूजितायै स्वाहा चोर्ध्वं सदाऽवतु ||

ह्रीं पुस्तक वासिन्यै स्वाहाऽधो मां तदाऽवतु |
ॐ ग्रन्थबीजस्वरुपायै स्वाहा सर्वतोवतु ||

इतिते कथितं विप्र ब्रह्ममंत्रौघ विग्रहम् |
इदं विश्वविजयं नाम कवचं ब्रह्मरूपकम् ||

पुराश्रुतं कर्मवक्त्रात्पर्वते गन्धमादने |
तव स्नेहान्मयाऽख्यातं प्रवक्तव्यं न कस्यचित् ||

|| श्री देवीभागवते नवम स्कन्धे सरस्वती कवच सम्पूर्णम ||

सरस्वती कवच | Saraswati Kavacham in English

śrīṁ hrīṁ sarasvatyai svāhā śirō mē pātu sarvataḥ |
śrīṁ vāgdēvatāyai svāhā phālaṁ mē sarvadā:’vatu || 1 ||


ōṁ hrīṁ sarasvatyai svāhēti śrōtrē pātu nirantaram |
ōṁ śrīṁ hrīṁ bhagavatyai sarasvatyai svāhā nētrayugmaṁ sadā:’vatu || 2 ||


aiṁ hrīṁ vāgvādinyai svāhā nāsāṁ mē sarvadā:’vatu |
ōṁ hrīṁ vidyādhiṣṭhātr̥dēvyai svāhā cōṣṭhaṁ sadā:’vatu || 3 ||


ōṁ śrīṁ hrīṁ brāhmyai svāhēti dantapaṅktiṁ sadā:’vatu |
aimityēkākṣarō mantrō mama kaṇṭhaṁ sadā:’vatu || 4 ||

ōṁ śrīṁ hrīṁ pātu mē grīvāṁ skandhau mē śrīṁ sadā:’vatu |
ōṁ hrīṁ vidyādhiṣṭhātr̥dēvyai svāhā vakṣaḥ sadā:’vatu || 5 ||


ōṁ hrīṁ vidyādhisvarūpāyai svāhā mē pātu nābhikām |
ōṁ hrīṁ klīṁ vāṇyai svāhēti mama hastau sadā:’vatu || 6 ||


ōṁ sarvavarṇātmikāyai svāhā pādayugmaṁ sadā:’vatu |
ōṁ vāgadhiṣṭhātr̥dēvyai svāhā sarvaṁ sadā:’vatu || 7 ||


ōṁ sarvakaṇṭhavāsinyai svāhā prācyāṁ sadā:’vatu |
ōṁ sarvajihvāgravāsinyai svāhā:’gnidiśi rakṣatu || 8 ||

ōṁ aiṁ hrīṁ klīṁ sarasvatyai budhajananyai svāhā |
satataṁ mantrarājō:’yaṁ dakṣiṇē māṁ sadā:’vatu || 9 ||


aiṁ hrīṁ śrīṁ tryakṣarō mantrō nairr̥tyāṁ sarvadā:’vatu |
ōṁ aiṁ jihvāgravāsinyai svāhā māṁ vāruṇē:’vatu || 10 ||


ōṁ sarvāmbikāyai svāhā vāyavyē māṁ sadā:’vatu |
ōṁ aiṁ śrīṁ klīṁ gadyavāsinyai svāhā māmuttarē:’vatu || 11 ||


ōṁ aiṁ sarvaśāstravāsinyai svāhaiśānyāṁ sadā:’vatu |
ōṁ hrīṁ sarvapūjitāyai svāhā cōrdhvaṁ sadā:’vatu || 12 ||


ōṁ hrīṁ pustakavāsinyai svāhā:’dhō māṁ sadā:’vatu |
ōṁ granthabījasvarūpāyai svāhā māṁ sarvatō:’vatu || 13 ||


|| iti śrī sarasvatī kavacam ||

सरस्वती कवच | Saraswati Kavacham PDF

श्री सरस्वती कवच | विद्याप्राप्ति सरस्वती मंत्र | Sarswati Kavacham | With Lyrics

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