छप्पन भोगका थाल सजाया,
चौकी है तैयार जी,
जीमो म्हारा सांवरिया,
जीमावें भक्ता आज जी
॥ टेर ।
दाल चूरमो बून्दी भुजिया,
पेड़ा मोतीपाक जी,
गो धीरतरी पूड़ी बनाई,
पंचमेले से साग जी गरम समोसा गरम जलेबी,
कचोड़ी उड़द दाल की
जीमो म्हारा साँवरिया
जीमावें भक्ता आज जी
बाजरे री रोटी बनाई,
काचर चटनी राब जी दही बड़ा के साथ सांवरिया,
सीरो और पकौड़ा जी फीणी मिक्सचर सोन पापड़ी,
मिर्चा को अचार जी
जीमो म्हारा साँवरिया
जीमावें भक्ता आज जी
राजभोग रसभरी मलाई,
कुल्फी केसर पिस्ता की,
माखन मिसरी भर-भर मटकियां ठण्डे जल की
झारी जी पान सुपारी लॉंग इलायची,
बिड़लो है तैयार जी
जीमो म्हारा साँवरिया
जीमावें भक्ता आज जी
छप्पन भोग छतीसो व्यञ्जन,
भोग लगावो सांवरा,
धणे चाव से थाने जीमावा,
बार-बार मनुहार करा भक्तां से कोई भूल होवे तो,
सांवरिया कीज्यो माफ जी
जीमो म्हारा साँवरिया
जीमावें भक्ता आज जी