अरोगो नरसिंह महाप्रभु अरोगो नरसिंह दयाकर अरोगो, गोपीनाथजी-२
छप्पन भोग छत्तीसों व्यंजन….२
नानाविध के अन्न महाप्रभु, अरोगो नरसिंह…..
राधाजी भोजन आप बनावे-२
लक्ष्मीजी भोजन आप संवारे मन में बड़ी उमंग महाप्रभु,
अरोगो नरसिंह दयाकर अरोगो…..
नारद मुनी पनवाड़ो लाव-२
जल भर लाव श्री गंग,
महाप्रभु, अरोगे….
कीजे कृपानिधान, अचमन कीजे कृपानिधान-२
जमना जल झारी भर लाई- २,
गंगा बहत सुजान अचमन कीजे कृपानिधान,
अचमन कीजे कृपानिधान पनवाड़ो भक्तन को दीजे,
पनवाड़ो संतन को दीजे
नारद कहत सुजान अचमन कीजे कृपानिधान श्रीमद युगल किशोर मनाऊँ-२,
गावत जन कल्याण अचमन कीजे कृपानिधान-२
बीड़ी लावनी बनाई रसपान पान की काथो चूनो लोंग सुपारी-२, बीड़ी बनाई नागर पान पान की बीड़ी लेओ नी ठाकुर जी नागर पान पान की आओ ठाकुर हर चोपड़ खेलो आओ कृष्ण हर चोपड़ खेलो बाजी लगाओ हर के नाम नाम की बीड़ी लेओनी ठाकुर…
नंद बाबाजी रा कुँवर कन्हैया, संग बेटी वृष भान भान की बीड़ी लेओ ‘नी ठाकुर जी नागर पान पान की चन्द्र सखी भज बालकृष्ण छवि जोड़ी बनी है राधेश्याम की
बीड़ी लेओनी ठाकुर…..